बिहार में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने की संभावना है। चुनाव आयोग ने भरोसा दिलाया है कि समय-सीमा और गुणवत्ता दोनों का ध्यान रखा जाएगा, और कोई भी योग्य मतदाता छूटेगा नहीं। वहीं चुनाव से ठीक पहले इस घोषणा पर विपक्षी दलों ने आपत्ति जताई है। विपक्ष का कहना है कि उन्हें इसकी नीयत से नहीं, बल्कि समय की कमी से आपत्ति है।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची के विशेष संशोधन को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया तय समय पर और पूरी पारदर्शिता के साथ पूरी की जाएगी। दिल्ली में बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘बिहार में विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) तय कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है। इसमें चुनाव कर्मियों और राजनीतिक दलों की सक्रिय भागीदारी है। कुछ लोगों की आशंकाओं के बावजूद यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करेगी कि सभी योग्य मतदाताओं को जोड़ा जाए।’

