मुबारकपुर गांव निवासी एक बुजुर्ग की उस समय मौत हो गई जब वह साइकिल से नमाज पढ़ने जा रहे थे। सुबह साढ़े चार बजे के करीब किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आने से वह घायल हो गए। इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मुस्तकीम (70) रोज की तरह गुरुवार सुबह साइकिल से गांव के पास स्थित गुलाबगंज चौराहा, पालपुर की जामा मस्जिद की ओर नमाज पढ़ने निकले थे। जैसे ही वह थाना क्षेत्र के समीप मुख्य मार्ग पर पहुंचे, तभी पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें चपेट में ले लिया। सड़क पर गिरते ही आसपास के लोगों ने उन्हें संभाला और तत्काल ट्रॉमा सेंटर जगदीशपुर ले जाया गया। वहां मौजूद डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। कोतवाली प्रभारी धीरेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि अभी तक किसी परिजन की ओर से तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। बेटों की शादी की तैयारी अधूरी, बेटियां बेसुध परिवार में बुजुर्ग की मौत से कोहराम मच गया है। एक बेटा अलीम करीब डेढ़ माह पहले कुवैत गया था, दूसरा बेटा अजीम सूरत में काम करता है। मंगलवार को घर से सूरत रवाना हुए बेटे असलम और आमिर जैसे ही बड़ौदा पहुंचे, उन्हें पिता की मौत की खबर मिली। दोनों तत्काल घर लौटने लगे। मृतक का बेटा बबलू घर पर मौजूद था, जो बेसुध है। मृतक की पत्नी, माता-पिता और एक भाई पहले ही दुनिया से जा चुके हैं। शादीशुदा बेटियां आयशा, अफसाना और उड्डी रो-रोकर बेहाल हैं। पांच दिन पहले ही बेटे बबलू और छोटू की शादी नवंबर महीने में तय की गई थी। अब पिता के इंतजार की यह ख्वाहिश अधूरी रह गई।