अमृत भारत योजना में चयनित गौरीगंज रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। प्लेटफार्म संख्या दो और तीन को ऊंचा तो कर दिया गया, लेकिन वहां लेकिन छांव, शौचालय, पेयजल और बैठने की व्यवस्था अब तक नहीं की गई है। यात्रियों को तेज धूप में ट्रेनों का इंतजार करना पड़ रहा है, जिससे उनके कंठ सूख रहे हैं। लखनऊ-प्रतापगढ़-वाराणसी रेलखंड पर स्थित गौरीगंज स्टेशन पर वर्ष 2020 में दोहरीकरण और भवन उच्चीकरण हुआ था। इसके बाद 26 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत योजना के अंतर्गत स्टेशन के कायाकल्प की आधारशिला रखी थी। बावजूद इसके, सुविधाओं का हाल जस का तस बना हुआ है। कार्यदायी संस्था प्लेटफार्म दो और तीन पर अभी तक जरूरी व्यवस्थाएं नहीं कर सकी है। यात्रियों का कहना है कि प्लेटफार्म पर पंखे तक काम नहीं कर रहे हैं। मंगलवार दोपहर हावड़ा-अमृतसर पंजाब मेल, जनता एक्सप्रेस और अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस के समय भारी भीड़ रही। वेटिंग हॉल में लगे पंखों से कुछ राहत जरूर मिली। प्लेटफार्म एक पर पंखे ही नहीं लगे हैं। प्लेटफार्म दो और तीन पर सिर्फ दो पंखे लगे हैं, लेकिन दोनों खराब पड़े हैं। पसीने से लथपथ यात्री कपड़े और हाथों से हवा करते नजर आए। ट्रेन का इंतजार करना हो गया मुश्किल कौहार निवासी सुरेश पटेल, जामो के रामप्रसाद, गौरीगंज की रचना सिंह, रमईपुर की रेखा देवी और शाहगढ़ निवासी रईस अहमद ने बताया कि बिना छांव और पंखे के प्लेटफार्म पर बैठना दूभर हो गया है। गर्मी के चलते यात्रा करना बेहद कठिन हो गया है। उनका कहना है कि कम से कम पंखे और शेड की व्यवस्था तो होनी ही चाहिए। गौरीगंज में ठहरने वाली प्रमुख ट्रेनें काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, न्यू फरक्का एक्सप्रेस, हरिद्वार एक्सप्रेस, कोलकाता एक्सप्रेस, कानपुर इंटरसिटी, वाराणसी इंटरसिटी, नीलांचल एक्सप्रेस, पंजाब मेल, जनता एक्सप्रेस, मरूधर एक्सप्रेस, पद्मावत एक्सप्रेस, पीआरएल पैसेंजर, जौनपुर-रायबरेली एक्सप्रेस, लखनऊ इंटरसिटी, जौनपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस। 50 लाख टिकट से, तीन करोड़ माल लोडिंग से आय रेलवे सूत्रों के मुताबिक गौरीगंज स्टेशन पर हर माह टिकट से 30 से 40 लाख रुपये की आमदनी होती है। साथ ही प्रतिदिन तीन से चार मालगाड़ियों की लोडिंग व अनलोडिंग से ढाई से तीन करोड़ रुपये तक की आय स्टेशन को हो रही है। ये सुविधाएं मिलेंगी भविष्य में गौरीगंज स्टेशन पर सेकेंड इंट्री गेट, स्वचालित सीढ़ी, लिफ्ट, पार्किंग, सर्कुलेटिंग एरिया, रिटायरिंग रूम, वेटिंग हॉल, लाउंज, कैफेटेरिया के साथ मुफ्त वाईफाई, स्वच्छ पेयजल, स्वच्छता, पक्का प्लेटफार्म, प्रतीक्षालय, यात्री शेड, शौचालय जैसी सुविधाएं प्रस्तावित हैं। अगस्त तक पूरी होंगी सभी सुविधाएं गौरीगंज के स्टेशन अधीक्षक प्रवीण सिंह ने बताया कि फरवरी 2025 तक सभी कार्य पूरे करने का लक्ष्य था, लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से देरी हुई है। अब अगस्त तक सभी यात्री सुविधाएं दुरुस्त कर दी जाएंगी। कार्यदायी संस्था को सुरक्षा मानकों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

