सरकारी राशन वितरण में की जा रही लापरवाही की तस्वीर मंगलवार को जलालपुर गांव में सामने आई, जब गेंहूं की बोरियों में भारी मात्रा में मिट्टी और नमक मिला। गांव के कोटेदार की ओर जब बोरियां खोली गईं तो ग्रामीण दंग रह गए। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद 24 घंटे बीतने पर भी कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। गांव के कोटेदार सरस्वती देवी ने जब राशन वितरण शुरू किया तो ग्रामीणों को शक हुआ कि बोरियों का वजन और अनाज सही नहीं है। ग्राम प्रधान राहुल शर्मा को बुलाकर बोरियों की जांच कराई गई। जांच में पाया गया कि कुछ बोरियों में केवल 10 किलो गेंहूं था, बाकी में मिट्टी भरी थी। कई बोरियों में नमक जैसी सामग्री भी मिली। ग्राम प्रधान राहुल शर्मा ने तत्काल वितरण रुकवाया और इसका वीडियो बनाकर संबंधित अधिकारियों को सूचना दी। लेकिन बुधवार दोपहर तक कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार शिकायतों के बाद भी खाद्य आपूर्ति विभाग गंभीर नहीं दिखता। बुधवार को जब ग्रामीण दोबारा राशन लेने पहुंचे तो वितरण बंद था, जिससे उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। इससे नाराज ग्रामीणों ने कहा कि गरीबों के साथ लगातार अन्याय हो रहा है और अफसर चुप बैठे हैं। एसडीएम अभिनव कनौजिया ने बताया कि मामला बुधवार को उनके संज्ञान में आया है। पूर्ति निरीक्षक को मौके पर भेज जांच करवाई जाएगी। जांच में प्रकाश में आने वाले तथ्यों को उच्चाधिकारियों को सूचित करते हुए मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।