अमेठी में वन महोत्सव के अवसर पर शौर्य वन विकसित हो रहा है। यह हरियाली के साथ वीरता का प्रतीक बनेगा। यह विशेष उपवन भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को समर्पित होगा। जहां सिंदूर के पौधों के माध्यम से सैनिकों को वनरूपी श्रद्धांजलि दी जाएगी। गौरीगंज तहसील क्षेत्र में प्रस्तावित यह उपवन केवल पौधारोपण स्थल नहीं, बल्कि राष्ट्रभक्ति, सामाजिक भागीदारी और पर्यावरण चेतना का केंद्र बनेगा। वन विभाग के अनुसार, यहां औषधीय, फलदार, छायादार और सिंदूर के पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही विज्ञान आधारित वनपथ, ओपन एयर क्लासरूम, बाल वन, पंचवटी, तुलसी उपवन और अमृत वाटिका जैसी संरचनाएं भी तैयार होंगी। शौर्य वन को मॉडल वन के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे हरियाली के साथ-साथ पर्यटन और जागरूकता को भी बढ़ावा मिलेगा। जिले की सभी तहसीलों की 28 नर्सरियों में 62 लाख से अधिक पौधे तैयार किए गए हैं। इसमें से 43 लाख पौधे विभिन्न स्थलों पर रोपित किए जाएंगे। अभियान में वन विभाग के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास सहित कई विभाग भागीदारी निभाएंगे।

