सावन माह में शिवभक्ति के साथ राजनीति की आस्था जुड़ गई है। बरेली जिले से निकले शिवभक्तों का एक जत्था हरिद्वार से 51 लीटर गंगाजल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर जल चढ़ाने के लिए पदयात्रा कर रहा है। खास बात यह है कि यह यात्रा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि इसके पीछे एक राजनीतिक मंशा भी है कि भगवान शिव से अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने का आशीर्वाद लेना। यात्रा का नेतृत्व कर रहे गौरव यादव ने बताया कि हरिद्वार से शुरू हुई यह यात्रा 24 दिन में अमेठी पहुंची है। करीब 900 किलोमीटर की दूरी तय कर काशी पहुंचने का लक्ष्य है। कांवड़ में समाजवादी पार्टी के झंडे और नारे लगे हैं।।जय शिव शंभू, जय अखिलेश भइया। श्रद्धालु रास्ते में शिव चालीसा गाते और अखिलेश यादव की वापसी के लिए प्रार्थना करते चल रहे हैं। शिवभक्तों ने बताया कि रास्ते में स्थानीय लोगों ने उनका स्वागत किया, भोजन और ठहरने की सुविधा दी। शिवभक्तों की यह टोली हर रोज 25-30 किमी पैदल चल रही है। उनका कहना है कि जब तक अखिलेश यादव दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनते, वह हर साल यह यात्रा दोहराएंगे। यात्रा को देखने जुट रही भीड़ और सोशल मीडिया पर हो रही चर्चा से यह साफ है कि यह कांवड़ यात्रा सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि बदलते जन भावनाओं का प्रतीक भी बन गई है। गौरव यादव ने कहा कि शिवभक्ति में जो शांति और ऊर्जा मिलती है, वह कहीं और नहीं। यह पदयात्रा आत्मबल, आस्था और विश्वास की मिसाल है। सैकड़ों किलोमीटर चलकर भगवान से सिर्फ एक वरदान मांग रहे हैं। प्रदेश को फिर से विकास की राह पर ले जाने वाला नेतृत्व मिले।

