ITM: आज भारत वर्ष 2047 का रोडमैप लेकर चल रहा है। सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के लिए जरूरी है कि हम अपने परम्परागत दृष्टिकोण में बदलाव करते हुए आधुनिक तकनीक और नवाचार को अपने जीवन में सम्मलित करें ताकि भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें। देहरादून स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम) अपने छात्रों को नवाचार और कौशल विकास के माध्यम से डायनामिक बनाने की दिशा में काम कर रहा है।
आईटीएम के चेयरमैन निशांत थपलियाल कहते हैं, ‘हमारा संस्थान स्टैटिक नहीं, डायनामिक अप्ररोच के साथ काम कर रहा है ताकि बदल रहे भारत के साथ यहां के छात्र कदमताल कर सकें।