मध्य प्रदेश के भोपाल में पीएम नरेंद्र मोदी ने महिला सम्मेलन को संबोधित किया। यह आयोजन महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नया और सशक्त संदेश दे गया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद ये पहला मौका था, जब पीएम मोदी ने महिलाओं को संबोधित किया। पूरा कार्यक्रम महिलाओं के ईर्द-गिर्द रहा। आइए समझते हैं कि कैसे नारीशक्ति को प्राथमिकता में रही।
भोपाल में पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में देवी अहिल्याबाई के आदर्शों पर आधारित नारीशक्ति को सम्मानित किया। महिला मंत्री, कलाकार, पायलट, सुरक्षाकर्मी और आम महिलाएं मंच पर रहीं। इंदौर मेट्रो, सिक्का और डाक टिकट सहित अनेक योजनाएं महिलाओं को समर्पित रहीं। समारोह में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी रही।
1. पीएम मोदी का भाषण
सबसे पहले बात करें तो पीएम मोदी का भाषण महिलाओं पर केंद्रित रहा। देवी अहिल्या के रीति-नीति बताते हुए मोदी ने देश की सुरक्षा से लेकर हर क्षेत्र में बेटियों के आगे बढ़ने की बात कही। महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र किया। ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों पर हमले पर श्रेय भी नारीशक्ति से जोड़ा गया। पढ़ें पूरी खबर
2. देवी अहिल्या को लेकर क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने देवी अहिल्या के शासन की तर्ज पर वर्तमान सरकार के कामकाज की बात कही। उन्होंने देवी अहिल्या की कुरीतियों से लड़ने, किसानों के हित, गरीबों-वंचितों के लिए योजनाएं बनाने की बात को प्राथमिकता से उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि देवी ने सरकार चलाने के लिए यानी गवर्नेंस का ऐसा मॉडल बनाया जिसमें गरीबों-वंचितों को प्राथमिकता दी। उन्होंने कुटीर उद्योग और हस्त कला को प्रोत्साहित किया। देवी अहिल्या ने 250 साल से पहले हमें जल संरक्षण का काम बताया था। हम अब कह रहे है कि बारिश की एक-एक बूंद को बचाएं। उन्होंने किसानों की आय बढ़ाने के लिए कपास की खेती को महत्व दिया था। वो कृषि डायर्वसिटी की बात करती थीं।

