‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की तरफ से हुए ड्रोन हमलों से सबक लेते हुए, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पहली बार भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक खास ड्रोन स्क्वाड्रन बनाने का फैसला लिया है। यह स्क्वाड्रन सीमा पर मौजूद चुनिंदा चौकियों (बीओपी) पर तैनात होगा। इसमें निगरानी, जासूसी और हमला करने वाले ड्रोन शामिल होंगे, जिन्हें खास तौर पर प्रशिक्षित जवान चलाएंगे।
बीएसएफ के वेस्टर्न कमांड हेडक्वार्टर से होगा कंट्रोल
इस स्क्वाड्रन को चंडीगढ़ में मौजूद बीएसएफ के वेस्टर्न कमांड हेडक्वार्टर से कंट्रोल किया जाएगा। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने हजारों ड्रोन भेजे, जिनमें एक ने जम्मू के खारकोला पोस्ट पर बम गिराया था। इसमें दो बीएसएफ जवान और एक सैनिक शहीद हो गए थे।
चौकियों की छतों और दीवारों को मजबूत कर रही BSF
इससे सबक लेते हुए बीएसएफ अब अपनी चौकियों की छतों और दीवारों को मजबूत कर रही है ताकि दुश्मन ड्रोन के हमलों को रोका जा सके। इसके साथ ही, रक्षा और खुफिया एजेंसियों की मदद से सीमा पर एंटी-ड्रोन तकनीक लगाने की तैयारी भी की जा रही है। बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने पहले कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ ने 118 से ज्यादा पाकिस्तानी पोस्ट तबाह कर दी थीं।

